स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
स्वसासन { स्वप्न साकार संकल्प }
SwaSaSan अकेला एक शब्द नहीं वरन तीन शब्दों के मेल से बना है स्व स्वप्न से , सा साकार से और सं संकल्प से मिलकर बना है स्वसासन....
पृथक पृथक परिप्रेक्ष्य में प्रत्येक शब्द लिया गया है .
स्वप्न
वह दिवा स्वप्न है जिसे आजाद भारत रचने वाला था जिसके हम भारतीय अधिकारी भी थे. उस स्वप्न की तस्वीर का फ्रेम आज़ादी के रूप में हमें देकर शहीद होने वालों के स्वप्नों की तस्वीर के निकट पंहुचने ही नहीं वरन उस स्वप्न के साकार को संकल्प बद्ध मंच है स्वसासन...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें