स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
If Indian ? should Join !
"SwaSaSan" "स्व सा सं" (स्वत्व साकार संकल्प / स्वप्न साकार संकल्प / स्वतंत्रता साकार संघ / स्वप्न साकार संघ) स्वतंत्रता संग्राम में सम्मिलित हर एक सेनानी ने स्वतंत्र भारत के जिस दिवा स्वप्न के लिये अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया... उसी स्वप्न के साकार का संकल्प है! आइये देखते हैं ...कितने सक्षम हैं हम...??? https://swasasan.blogger.in; https://swasaasan.blogspot.com
मंगलवार, 7 जून 2011
रविवार, 5 जून 2011
ये ठीक नहीं हुआ माननीय
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
माननीय प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह जी ,
जय हिंद !
बीते सप्ताह की तमाम घटनाओं के आप मूक दर्शक मात्र बने रहे ...
ये ठीक नहीं हुआ माननीय !
आपकी सरकार को, बाबा रामदेव २-३ दिन पहले ना बताते,
तो पता ही नहीं था की काले धन के साथ क्या किया जाना चाहिए !
ये ठीक नहीं हुआ माननीय !
ये ठीक नहीं हुआ माननीय !
भला हो बाबा रामदेव का की उन्होंने आपको २ दिन पहले
काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने का फार्मूला आपको बताया
और आपके योग्य मंत्रिमंडल ने मात्र २ दिन के विचार विमर्श के बाद
इस निर्णय पर अमल हेतु समिति बनाने की तैयारी शुरू कर बाबा को सूचित कर दिया !
भला २ दिन पहले सुझाये आइडिया पर इतनी जल्दी अध्यादेश कैसे लाया जा सकता था !!!
बाकी के दो आइडिया भी कमाल के थे बाबा के !
वो भी २ दिन के भीतर मानने योग्य थे तभी तो आपकी सरकार
भ्रष्ट को उम्रकैद तक देने तक और
भारतीय भाषाओँ के विकास एवं प्रयोग को बढ़ावा देने हेतु भी तैयार हो गई !
काश ! बाबा जैसे आइडियाज के धनी कुछ मंत्री भी आपके मंत्रिमंडल में होते !
अथवा
My Contribution to The Nation !!!
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
My Contribution to The Nation !!!
Frieds ; Jai Hind !
Every one of us having multiple complains of unfair happenings in our nation
but
what are We in our own ?
Are we fair ?
or
My Contribution to The Nation !!!
Frieds ; Jai Hind !
Every one of us having multiple complains of unfair happenings in our nation
but
what are We in our own ?
Are we fair ?
or
बुधवार, 18 मई 2011
AwakIND: Nourishing the roots of change, Making INDIA a better place to live in
AwakIND: Nourishing the roots of change, Making INDIA a better place to live in
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
हमारा राष्ट्रगान कितना न्यारा कितना हमारा ???
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
हमारा राष्ट्रगान कितना न्यारा कितना हमारा ???
जय हिंद !
[मूलतः जागरण जंक्शन पर पूर्व प्रकाशित ]
अभी अभी गुजरे क्रिकेट विश्व कप के एक मैच की शुरुआत के समय मैं अपने कार्यालय में अपने कर्त्तव्य पर उपस्थित था .मैच से पहले टी व्ही पर राष्ट्रगान शुरू हो गया. मैं तुरंत अपनी कुर्सी से उठकर सावधान की मुद्रा में खड़ा हो गया . सहकर्मियों की धीमी धीमी हंसी उड़ाने वाली हंसी की आवाज मुझे सुनाई पड़ रही थी किन्तु मैं मेरे इस तरह के कई कामों के लिए ऐसे हंसी सुनने और अनसुना करने का आदी हूँ .
हमारा राष्ट्रगान कितना न्यारा कितना हमारा ???
जय हिंद !
[मूलतः जागरण जंक्शन पर पूर्व प्रकाशित ]
इस बीच कार्यालय में आगंतुकों का आवागमन बदस्तूर जारी था . मुझसे सम्बंधित कार्य के लिए मेरे सामने आने वालों में से कुछेक ने काम के सम्बन्ध में प्रश्न भी किया किन्तु मेरे टी व्ही की ओर ध्यान को देख चुप हो गए . कुछ साथियों और आगंतुकों ने ना तो मेरी ओर ना ही टी व्ही से आ रही आवाज की ओर ध्यान दिया.उन्हें पता ही नहीं चला क्या कुछ घटा वहां पर ! वहां उस समय उपस्थित ३०-३२ लोंगों में से किसी और को मेरा अनुसरण करते मैंने नहीं पाया !
रविवार, 1 मई 2011
क्यों जलती है कलम
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
swasasan team always welcomes your feedback. please do.
[ कहीं भी कुछ भी पसंद आये
कृपया प्रमोट कीजिये......... ]
swasasan team always welcomes your feedback. please do.
[ कहीं भी कुछ भी पसंद आये
कृपया प्रमोट कीजिये......... ]
यदि आपके सीने में भी
एक धड़कता हुआ दिल है
तो जीवन में कभी ना कभी
आपने भी सीने में जलन
और दिल में लहू की जगह
स्वसासन { स्वप्न साकार संकल्प }
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
स्वसासन { स्वप्न साकार संकल्प }
SwaSaSan अकेला एक शब्द नहीं वरन तीन शब्दों के मेल से बना है स्व स्वप्न से , सा साकार से और सं संकल्प से मिलकर बना है स्वसासन....
पृथक पृथक परिप्रेक्ष्य में प्रत्येक शब्द लिया गया है .
स्वप्न
वह दिवा स्वप्न है जिसे आजाद भारत रचने वाला था जिसके हम भारतीय अधिकारी भी थे. उस स्वप्न की तस्वीर का फ्रेम आज़ादी के रूप में हमें देकर शहीद होने वालों के स्वप्नों की तस्वीर के निकट पंहुचने ही नहीं वरन उस स्वप्न के साकार को संकल्प बद्ध मंच है स्वसासन...
रविवार, 24 अप्रैल 2011
चर्चित ब्लॉगर मदद मंच { हिंदी }
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है....
JAAGO MRUT BHARTEEYA JAAGO !!!!
चर्चित ब्लॉगर मदद मंच { हिंदी }
आप और मैं, हम सभी हिंदी प्रेमी भी हैं और हिंदी लेखक भी,
जाज जैसे ब्लॉगर मंच भी उपलब्ध हैं !
फिर किसे इंकार होगा कि
अभिव्यक्ति का सर्वोत्तम साधन है – ब्लोगिंग !
कुछ समस्याएं जरुर आड़े आती है हिंदी के लेखकों को
जैसे अधिकांश का अंग्रेजी भाषा ज्ञान सीमित होना ,
तकनीकी ज्ञान / कौशल की कमी .
उपरोक्त दो समस्याएं अच्छे भले लेखक और पाठक दोनों की परेशानी का कारन बनती हैं ,
किन्तु हमारे ही कुछ ब्लॉगर भाई – बहिन पूर्ण दक्ष भी हैं !
इन्हीं कि मदद से समाधान के उद्देश्य से आज
‘ ब्लॉगर मदद मंच { हिंदी } ‘
आप सभी ब्लॉग लेखकों को समर्पित कर रहा हूँ !
वे जिन्हें समस्या है प्रतिक्रिया के रूप में लिखें !
साथ ही
जाज जैसे ब्लॉगर मंच भी उपलब्ध हैं !
फिर किसे इंकार होगा कि
अभिव्यक्ति का सर्वोत्तम साधन है – ब्लोगिंग !
कुछ समस्याएं जरुर आड़े आती है हिंदी के लेखकों को
जैसे अधिकांश का अंग्रेजी भाषा ज्ञान सीमित होना ,
तकनीकी ज्ञान / कौशल की कमी .
उपरोक्त दो समस्याएं अच्छे भले लेखक और पाठक दोनों की परेशानी का कारन बनती हैं ,
किन्तु हमारे ही कुछ ब्लॉगर भाई – बहिन पूर्ण दक्ष भी हैं !
इन्हीं कि मदद से समाधान के उद्देश्य से आज
‘ ब्लॉगर मदद मंच { हिंदी } ‘
आप सभी ब्लॉग लेखकों को समर्पित कर रहा हूँ !
वे जिन्हें समस्या है प्रतिक्रिया के रूप में लिखें !
साथ ही
सोमवार, 11 अप्रैल 2011
अन्नाजी; जय हिंद !!!
आश्चर्य है अन्नाजी सरकार की एक और चाल में फंसकर खुश हो रहे हैं !
वह भी केजरीवाल जी और किरणजी जैसे सहयोगियों के होते हुए !
विगत ४ अप्रैल को भी अन्नाजी के अनशन समापन वाले दिन मैंने नीचे प्रदर्शित लेख लिखा था जो अक्षरसः सामने आ रहा है उसी तरह आज फिर लिख रहा हूँ ! अन्नाजी खुश होने लायक सरकार कुछ नहीं करने जा रही है वरन मेरे पिछले लेख के अनुसार ही सरकार की अगली चाल है यह जिसपर आप वेवजह प्रसन्न हो रहे हैं !
सरकार ने सभी राजनैतिक दलों और राज्यों के मुख्मंत्रियों की बिल पर रायशुमारी की मंशा एक सोची समझी साजिश के तहत जाहिर की है !
भारतीय राजनैतिक इतिहास गवाह है ना किसी भी विपक्ष ने कभी सात्ताधारी दल के [ सरकारी ] और ना ही सरकार ने विपक्ष के [गैरसरकारी ] किसी भी उपयोगी से उपयोगी बिल को, बिना अनावश्यक बहस या बिना मनमाने गैरजरूरी संशोधनों का दबाव बनाए, कभी पारित करवाने में रूचि दिखाई तो आज इतने महत्वपूर्ण बिल जिसपर कई राजनीतिज्ञों का भविष्य ही दांव पर लगने वाला हो को ऐसे ही छोड़ देंगे !
पिछले ४२ सालों से भी इन्हीं राजनैतिक दलों के झूठे / सच्चे विरोध / संशोधन प्रस्तावों के चलते लोकपाल बिल अटका रहा है तो अभी भी कम से कम ७-८ साल अटकाने का प्रबंध तो सरकार ने कर ही लिया है !
और भी मजे की बात यह कि मुद्दे को उठाने वाले अग्रणी नेता अन्नाजी की ख़ुशी ख़ुशी हामी भी भरवा ली !
अन्नाजी काश मुझे भी आपके सलाहकार मंडल में शामिल किया होता !
मैं आप जैसा नामी गिरामी नेता तो नहीं किन्तु विगत २१ सालों से भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्यरत हूँ ,और एक एक दुह राजनैतिक चाल को बारीकी से देखते देखते अगले २१ सालों की इनकी रणनीती आज ही देख पाने में सक्षम हो गया हूँ !
[ विगत ४ अप्रैल ११ को नीचे दी गई लिंक प्रस्तुत की थी ]
यह जीत नहीं भुलावा है -अन्ना जी ,केजरीवालजी,किरण जी !
अन्नाजी के अनशन और केजरीवाल जी ,किरण जी के प्रयासों से सरकार झुकी हुई प्रतीत हो रही है किन्तु यह पूरी तरह सच नहीं है .यह जीत नहीं भुलावा है -अन्ना जी ,केजरीवालजी,किरण जी !
यदि माननीय मनमोहन जी जैसे नेताओं के हाथ में होता तो लोकपाल बिल ४२ वर्षों तक इन्तजार ना कर रहा होता .
कांग्रेस में ही नहीं देश के राजनैतिक इतिहास में मनमोहन जी , अटल जी , राजीव जी ,आडवानी जी जैसे नेता गिने चुने ही हुए हैं. सब के सब सत्ता के भागीदारों से सहयोग के बदले उनके अनैतिक की अनदेखी करने विवश!
शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011
एक तल्ख़ कहानी -आ अब लौट चलें.....
स्वसासन आपकी प्रतिक्रियाओं के स्वागत को प्रतीक्षित है ....
वह दिखने मैं ठीकठाक ही था
वह दिखने मैं ठीकठाक ही था
लेकिन यह उसकी अपनी सोच थी
सच यह था की जितना वह दिखने में आकर्षक था
उससे कई गुना व्यवहार में
हुनर मंद इतना की किसी भी मॉडल की कार की इमरजेंसी सर्विस में पूरे शहर में प्रसिद्द
शहर के नंबर एक वर्कशाप का हैड मैकेनिक
उसके आकर्षक व्यक्तित्व से मालिक से अधिक उसकी पूछ परख थी
फिर चाहे कार मालिक महिला हो या पुरुष
सबका चहेता था वो दोस्ताना था सबसे उसका
एक दिन उसकी एक महिला दोस्त ने उसे
सदस्यता लें
संदेश (Atom)