swasasan team always welcomes your feedback. please do.
हमें प्यार था
फूलों से
फूलों की खुशबू से
फूलों की मुस्कान से
जान छिड़कते थे हम
हमारी बगिया पर
हमारी शान थी बगिया
हमारी जान थी बगिया
फूलों से
फूलों की खुशबू से
फूलों की मुस्कान से
जान छिड़कते थे हम
हमारी बगिया पर
हमारी शान थी बगिया
हमारी जान थी बगिया
मगर ना जाने कब -कैसे
एक केक्टस उग आया
हमारी बगिया में
एक केक्टस उग आया
हमारी बगिया में
शुरू में वह
खटकता रहा हम दोनों को
फिर धीरे धीरे
हमारा अप्रतिरोध/ प्रोत्साहन पाकर
खटकता रहा हम दोनों को
फिर धीरे धीरे
हमारा अप्रतिरोध/ प्रोत्साहन पाकर
केक्टस बढता रहा
क्यारी के एक कोने से
पूरी क्यारी में
फिर पूरी बगिया में
अब
ना तो फूल हैं
ना खुशबू
ना ही मुस्कान
बस
मैं हूँ
वह है
मेरा / उसका घर है
और बगिया है
जिसमें
केक्टस उग आया है
क्यारी के एक कोने से
पूरी क्यारी में
फिर पूरी बगिया में
अब
ना तो फूल हैं
ना खुशबू
ना ही मुस्कान
बस
मैं हूँ
वह है
मेरा / उसका घर है
और बगिया है
जिसमें
केक्टस उग आया है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें